खाटू धाम तक कैसे पहुंचे? खाटू के नजदीक रींगस के लिए बस सेवा, रेल सेवा और हवाई सेवा कैसे उपलब्ध हो सकती है? यह सवाल खाटू श्यामजी मेले में आने से पहले हर भक्त के जहन में उठता है।
खाटू धाम के लिए उपलब्ध आवागमन के साधनों की जानकारी इस पोस्ट में देने का प्रयास है। यह जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर है। इनमें बदलाव संभव है। इसलिए सलाह है कि खाटू मेले में आने से पहले संबंधित एजेंसी से अधिकारिक जानकारी आवश्यक प्राप्त कर लें।
खाटूश्यामजी में लक्खी मेला-2022 शुरू हो चुका है। मेला 15 मार्च तक चलेगा। राजस्थान के अलावा दिल्ली, हरियाणा, गुजरात, कलकत्ता, मध्यप्रदेश सहित देशभर भक्तों के आने का सिलसिला शुरू हो चुका है। बाबा के निशान लिए पदयात्री खाटू धाम, रींगस, जयपुर-बीकानेर हाइवे पर नजर आने लगे है। अनुमान है कि खाटू मेले—2022 में 25 लाख से ज्यादा भक्त बाबा श्याम के दर्शन करने आएंगे।
खाटू धाम में कार पार्किंग
खाटू धाम पहुंचने के लिए बहुत से भक्त अपने निजी साधनों का उपयोग करते है। मेले में भक्तों की संख्या अधिक होने से रींगस के आसपास पार्किंग की व्यवस्था रहती है। आप यहां अपना निजी वाहन पार्क कर सकते है। यदि आप वाया जीणमाता या अन्य रास्ते से आ रहे है तो मेला स्थल से दूर पार्किंग की सुविधाएं मिल जाएगी। खाटू में भी सरकारी कार पार्किंग है। इसके अलावा निजी स्तर पर भी कार पार्किंग की सुविधाएं उपलब्ध है।
खाटू धाम के लिए बस सेवा
खाटू धाम के सबसे नजदीक बस स्टैंड रींगस है। इसके बाद सीकर, जयपुर और चूरू, झुंझूनं है। ये शहर सभी बड़े शहरों से बस सेवा से जुड़े है। यहां से आपको थोड़े—थोड़े अंतराल पर बस सुविधा मिल जाएगी। जयपुर से रींगस और सीकर के लिए हर आधे घंटे में बस सेवा उपलब्ध है। इसके अलावा निजी बसों का भी संचालन मेले के दौरान काफी होता है।
ट्रेन के जरिए ऐसे पहुंचें खाटू
खाटूश्यामजी के सबसे नजदीक रींगस रेलवे स्टेशन है। अभी रींगस के लिए करीब 30 ट्रेनें चल रही हैं। मेले के दौरान स्पेशल 4 ट्रेनें चलाने की घोषणा की गई है। हिसार-जयपुर पैैसेंजर ट्रेन भी चल रही है। दिल्ली, हरियाणा, उत्तरप्रदेश,मध्यप्रदेश सहित कई अन्य राज्यों से जयपुर के लिए भी ट्रेनें हैं। आप जयपुर पहुंचकर यहां से पैसेंजर ट्रेन से रींगस पहुंच सकते है। यहां से खाटू स्थानीय साधन या पैदल पहुंच सकते है।
- खाटूश्यामजी के सबसे नजदीक रींगस रेलवे स्टेशन है। अभी रींगस के लिए करीब 30 ट्रेनें चल रही हैं।
- मेले के दौरान स्पेशल 4 ट्रेनें चलाई जाती है। हिसार-जयपुर पैैसेंजर ट्रेन भी चल रही है।
- दिल्ली, हरियाणा, उत्तरप्रदेश,मध्यप्रदेश सहित कई अन्य राज्यों से जयपुर के लिए भी ट्रेनें हैं।
- देशभर की बात करें तो रोज 152 ट्रेन जयपुर आती हैं। यहां पहुंचने के बाद खाटू पहुंचने के कई विकल्प हैं।
- जयपुर से सीधे पैसेंजर ट्रेन रींगस के लिए जाती है।
प्लेन के जरिए ऐसे पहुंचें खाटू
आप देश के किसी भी हिस्से में हों, प्लेन के जरिए जयपुर पहुंच सकते हैं। जयपुर एयरपोर्ट से टैक्सी लेकर सीधे खाटूश्यामजी दर्शनों के लिए जा सकते हैं। या फिर सांगानेर एयरपोर्ट से सिंधी कैम्प या रेलवे स्टेशन पहुचकर यहां से बस या रेल से रींगस-खाटू पहुंच सकते है। जयपुर से खाटू श्याम मंदिर करीब 90 किमी. दूर है।
रींगस से करें बाबा श्याम की पदयात्रा
खाटू से पहले रींगस मोड़ से श्रद्धालु पदयात्रा शुरू करते हैं। रींगस से करीब 18 किलोमीटर दूर खाटूधाम है। आप बस, ट्रेन, प्लेन से कहीं से भी आ रहे है तो रींगस मोड़ से पदयात्रा शुरू कर सकते हैं। भक्त यहीं से निशान लेकर बाबा के दर तक जाते हैं। निशान की अपनी एक अलग ही मान्यता होती है। मेले के दौरान रींगस मार्ग को वन-वे कर दिया जाता है।
रींगस में है भैंरूजी का मंदिर
रींगस में भैंरूजी का फेमस मंदिर है। आमतौर पर श्याम बाबा के भक्त यहां भी दर्शन करने पहुंचते है।
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