अर्बुदा माता या अधर देवी का प्रसिद्ध मंदिर राजस्थान में स्थित है। अधर देवी का मंदिर माउंट आबू में स्थित है। माता अर्बुदा, दुर्गा के रूप देवी कात्यायनी का रूप है। यह मां दुर्गा का छठा रूप है।
मां अर्बुदा देवी का मंदिर प्रमुख पर्यटक स्थल माउंट आबू में स्थित है। माउंट आबू से करीब तीन किमी दूर एक पहाड़ी पर यह प्रसिद्ध मंदिर है। मंदिर के आसपास प्राकृतिक नजारा देखते ही बनता है। मंदिर तक पहुंचने के लिये सीढ़ियां बनी हुई है। इनकी संख्या 365 है। 51 शक्तिपीठों में शामिल अर्बुदा माता का यह मंदिर एक गुफा में स्थित है। मान्यता है कि यह मंदिर करीब 5000 साल प्राचीन है।
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार भगवान शिव ने सती पार्वती के शरीर के साथ तांडव किया था तब यहां माता के होठ गिरे थे। इस लिये इस मंदिर को अधर देवी के रूप में जाना जाता है। चैत्र और शारदीय नवरात्रों में यहां भक्तों की लाइन लगती है। नवरात्रों में यहां विशेष सजावट होती है।
मुख्य मंदिर के आसपास अन्य मंदिर भी हैं। इनमें एक है चरण पादूका मंदिर। चरण पादूका मंदिर में माता पार्वती के चरणों की पूजा होती है। मान्यता है कि चरण पादुका के नीचे उन्होने बासकली नामक राक्षस का संहार किया था। स्कंद पुराण के अर्बुद खंड में माता के चरण पादुका की महिमा बताई गई है। मान्यता है कि पादुका के दर्शन मात्र से ही मोक्ष की प्राप्ति होती है।
कई गोत्रों की कुलदेवी है माता अर्बुदा
माता अर्बुदा यानि अधर देवी माता की पूजा हर समाज के लोग पूजते है। कई गोत्रों की कुलदेवी के रूप में माता की पूजा होती है। नेट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार, परमार, मोमतीवाल, सदलिया परिवार, श्री सरतानपस, घाघाटी, वीसा, श्रीमाली जैन परिवार, राठी झाला, अहंकासा, करणिया, कूकड़ा, गेलड़ा, घघू, छाहड़, डॉंगी, धरिया, रिपालिया, पायल, बरिडया, बालावत, बुझौचा, बागोत, भदेव, मसाणिया, रांका, शिमाला, सेठ, हुबड,, गांधी, आलावत, कागड़ा, खीरर, सुरघा, गौड़, घूरिया, जापाला, डोड, धरावत, नीबेडचा, पंवार, बरडत्र, बाबेल, बम्बा, वारड, भायल, मोरीगेला, रामडिया, सांखला, सेठिया, कोठारी, उपट, कायैल, गॉग, गोठी, चित्तौड़ा, झोडोलिया, दरडा, नागा, घीया, बलदौटा, बॉगी, दूरडिया, वीराणा, भूडैल, मोदसी, राणावत, सियौर, सोडा, बोहरा, ऐरन, गोठवाड,, कावा, गॉगा, गोप, चूंाग, टोमया, दुगासा, नागौरी, पाटोत पायला, पीपाड़ा, बंदाूधा बाठियां, बोका, वीरावत, कुशलौत, गिडिया, गौरीवाल, चौहान, टोडरवाल, दुधेरिया, नाहर, फलौरिया, बॉंका, बालदौलिया, बोरड, भरिया, मलावत, हरिया, सुखिया समेत कई गोत्रों की कुलदेवी अर्बुदा माता है।
mata arbuda mukyatve jaato ke arbud gautra ki kuldevi hai
ReplyDeleteKya arbuda mataji Bhardwaj gomtiwal ki kuldevi hai...
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