रींगस के भैरूजी (Reengus ka Bheru ji) का मंदिर राजस्थान के सीकर जिले में स्थित है। यह मंदिर प्रसिद्ध खाटू श्याम जी (Khatu Shyam) मंदिर से करीब 17 किलोमीटर दूरी पर रींगस कस्बे में है।
राजस्थान में अनेक लोक देवी-देवता हैं। इन्हीं में से एक रींगस के भैरूजी। भैरूजी का यह स्थान बहुत प्राचीन है। इस मंदिर को लेकर जयपुर, सीकर, झुंझुनू, चूरू, बीकानेर, जोधपुर, अजमेर आदि जिलों में काफी मान्यता है। अब तो राजस्थान के बाहर से भी भक्त यहां आते हैं। दरअसल, ये परिवार वे है जो राजस्थान से बाहर जाकर बस गए हैं, लेकिन धार्मिक आस्था और मान्यता के कारण यहां जरूर आते है।
जिन परिवारों में रींगस के भैरूजी की मान्यता है उनमें शादी के बाद मंदिर में पहली बार ढोक लगाने यानि जात देने की परम्परा है। बच्चों के जडूले-मुंडन भी यहां होते है। फाल्गुन माह में जब खाटू श्यामजी का मेला आयोजित होता है तब कई भक्त अपनी पदयात्रा रींगस से ही शुरू करते है। अन्य दिनों में भी श्याम बाबा के दर्शन करने आने वाले यहां भी दर्शन करने आते है। चैत्र और आसोज के नवरात्रों में भक्तों की काफी भीड़ रहती है।
रींगस के भैरूजी के भजन के अल्बम
रींगस के भैरूजी जी भजन और गीतों के अनेक ऑडियों-वीडियों अल्बम उपलब्ध है। ज्यादात अल्बम स्थानीय लोक कलाकारों के है। रींगस के भैरू के भजन और गीत स्थानीय ग्रामीण इलाकों में काफी फेमस है। जागरण आदि धार्मिक कार्यक्रमों में भक्त इन गीतों पर झूम उठते है। इनमें रींगस का भैरू थारौ देवरो...सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है।
भजनों में भैरूजी के चमत्कारों का उल्लेख मिलता है। पहले यहां भैरूजी का एक चबूतरा होता था, लेकिन अब यहां भव्य मंदिर का निर्माण कराया जा रहा है। मंदिर के आसपास छोटी—छोटी कई दुकानें जहां मंदिर में चढ़ाने के लिए प्रसाद, माला, नारीयल और अन्य पूजा सामग्री उपलब्ध रहती है। रविवार और नवरात्रों में यहां जागरण भी होते हैं।
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