Tips for Women: मांग में सिंदूर लगाने से पहले जान लें ये हकीकत और फिर करे ये Try

हिंदू संस्कृति में शादी के बाद महिलाएं कुमकुम यानि सिंदूर लगाती है। यह सुहाग का प्रतीक है। 


मांग भरने के पीछे वैज्ञानिक कारण भी है, लेकिन इस मामले में लापरवाही भारी पड़ सकती है। पिछले दिनों मैं एक रिश्तेदार से मिली। बातचीत में उसने बताया कि मांग में सिंदूर भरने से उसे एलर्जी हो गई। सिंदूर लगाने के बाद ​स्किन पर जलन हुई और फिर काला निशान बन गया। आसपास के कुछ बाल भी उड़ गए। उसने बताया कि सिंदूर उसने बाजार से खरीदा था। मैंने भी उसे देखा तो एक दम लाल सूर्ख। दिखने में अच्छा दिख रहा था। 

खैर, मैंने इस बारे में आगे पड़ताल की, तो सामने आया कि वह सिंदूर था ही नहीं। दरअसल, कैमिकल था। जो दुकानदार ने सिंदूर के नाम पर मेरे उस रिश्तेदार को बेच दिया। इस ​तरह के कुमकुम और सिंदूर बाजार में आजकल खूब बिक रहे है। सिंदूर में सीसे की मात्रा भी पाई जाती है जो हैल्थ के लिए घातक है। खासकर, मंदिरों के आसपास। उस स्थान की धार्मिक भावना जुड़ी होने से उसे शुद्ध मानकर खरीद लाते है और फिर इस तरह की समस्या का सामना करना पड़ता है। 

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इस तरह के सिंदूर या कुमकुम में कैमिकल मिला होने से स्किन एलर्जी हो सकती है। इससे बेहतर है कि आप घर में बना सिंदूर या कुमकुम इस्तेमाल करें। इसे आप घर में आसानी से बना सकती है। ये न केवल सस्ता पड़ेगा ​बल्कि आपको किसी तरह का नुकसान भी नहीं पहुंचाएगा। 

कुमकुम कैसे बनाया जाता है?


चलिए, आपको बताते है कि कुमकुम या सिंदूर घर में कैसे बनाया जाता है?कुमकुम यानि सिंदूर हल्दी और चूने के मिश्रण से बनता है। इसे बनाने का तरीका बहुत ही आसान है। 

घर में कुमकुम या सिंदूर बनाने के लिए आपको आधा किलो साबुत हल्दी, 20 ग्राम फिटकरी, 60 ग्राम सुहागा, 10-15 बूंद नींबू रस और एक छोटा चम्मच तिल का तेल। सुहागा किसी भी पंसारी की दुकान पर आसानी से मिल जाता है। 

सबसे पहले हल्दी का बारीक पीस लें। अब फिटकरी, सुहागा और नींबू को मिक्स करें। फिर इसमें हल्दी पाउडर मिला लें। इस मिश्रण को दो-तीन दिन छाया में सुखा लें। 

आप देखेंगी का इस मिश्रण का रंग लाल हो जाएगा। अब बस इसमे तिल का तेल मिले लें। ध्‍यान रखें कि इसका पेस्‍ट नहीं बनाना है। इसे पाउडर के ही रूप में रखना है। बस, तैयार हो गया शुद्ध और सुरक्षित सिंदूर। इसे शीशी में भरकर रख लें और जरुरत के मुताबिक उपयोग करें। 

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