'रो-रो फेरी' सर्विस, जिससे 360 km का रास्ता घटाकर रह गया मात्र 31km


'रो-रो फेरी' सर्विस गुजरात के घोघा से दाहेज के बीच संचालित होगी। इस प्रोजेक्ट की लागत तकरीबन 614 करोड़ रुपए है।  

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अनुसार, 'रो-रो फेरी' सर्विस Ro-Ro ferry service उनका ड्रीम प्रोजेक्ट है। इसकी नींव उन्होंने जनवरी, 2012 में रखी थी। उस वक्त नरेंद्र मोदी गुजरात Gujarat के सीएम थे। गुजरात के विकास में महत्वपूर्ण इस प्रोजेक्ट के दो चरण है। पहले चरण में यह सर्विस या​त्रियों के लिए शुरू की गई है और दूसरे चरण में वाहनों को लेकर जाने की सर्विस शुरू होगी। 

जानिए क्या है 'रो-रो फेरी' सर्विस What is Ro-Ro ferry service of Gujarat ghogha-Dahej


सौराष्ट्र और दक्ष‍िण गुजरात के बीच अगर सड़क से सफर करना है तो कम से कम 10 घंटे का वक्त लगता है। यह दूरी तकरीबन 360 किमी. है। इससे यहां का व्यापार प्रभावित होता है। इस समस्या को दूर करने के लिए घोघा और दाहेज के बीच समुद्री रास्ते से पैसेंजर फेरी बोट सेवा शुरू की गई है। यह दूर मात्र 31 किमी है और इसे करीब एक घंटे में पूरा किया जा सकता है।

पीएम मोदी ने इससे संबंधित एक वीडियो ट्विटर पर पोस्ट किया था, जिसमें बताया गया कि फेरी सर्विस से एक साथ 70 से 80 ट्रक या 100 छोटी गाड़ियां या फिर 500 यात्रियों को लेकर जाया जा सकेगा।  

'रो-रो फेरी' सर्विस से क्या फायदा होगा Benefits of Ghogha-Dahej Ro Ro Ferry Service 


'रो-रो फेरी' सर्विस  का सबसे बड़ा फायदा उन व्यापारियों को होगा जो भावनगर अमरेली से सूरत व्यापार करने जाते हैं। इस सर्विस से वो सुबह जाकर शाम को वापस आ सकते हैं। अभी आने-जाने में ही 24 घंटे लग जाते है। जिससे समय बचेगा और पेट्रोल भी। सड़क हादसो में भी काफी कमी आएगी और यह पर्यावरण के भी अनुकूल है। 

600 रुपया होगा किराया


घोघा टर्मिनल पूरी तरह कार्यरत होने के बाद गुजरात सरकार इसे घोघा से मुंबई और घोघा से हजीरा तक फेरी सर्विस चलाने का प्लानिंग कर रही है। ये पूरा प्रोजेक्ट गुजरात मेरिटाटम बोर्ड के जरिए तैयार हुआ है। घोघा-दहेज फेरी सर्विस के लिए कॉन्ट्रैक्ट सौराष्ट्र एनवायरमेन्ट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को दिया गया है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक फिलहाल इस फेरी सर्विस का किराया 600 रुपए रखा गया है। 
Share on Google Plus

About Tejas India

0 comments:

Post a Comment